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क़तर पर हमले के लिए नेतन्याहू ने मांगी माफी, दोहा में नागरिक की मौत पर वैश्विक निंदा

दोहा हमले में क़तरी नागरिक की मौत पर नेतन्याहू ने माफी मांगी। क़तर ने अमेरिकी आश्वासन स्वीकार किया। संयुक्त राष्ट्र और मुस्लिम देशों ने इसे संप्रभुता का उल्लंघन बताया।

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने क़तर से माफी मांगी है। इस महीने दोहा में हमास नेताओं पर हुए इज़राइली हमले के दौरान एक क़तरी नागरिक की मौत हो गई थी, जिसे लेकर वैश्विक निंदा हुई।

सोमवार को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और नेतन्याहू ने क़तर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी को संयुक्त रूप से कॉल कर यह माफी दी। व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया कि नेतन्याहू ने क़तर की संप्रभुता के उल्लंघन पर खेद जताया और आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं होगा।

9 सितंबर को हुए इस हमले में हमास के पांच निचले स्तर के सदस्य और क़तर का एक सुरक्षा अधिकारी मारा गया। हालांकि हमास के शीर्ष नेता बच निकले। इस हमले ने क़तर को झकझोर दिया, क्योंकि वह संघर्षविराम वार्ता में मध्यस्थ और अमेरिका के सबसे बड़े मध्य पूर्व सैन्य अड्डे का मेज़बान है।

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क़तर के विदेश मंत्रालय ने इस कॉल की पुष्टि की और कहा कि यह अमेरिकी प्रयासों का हिस्सा था ताकि हमले के परिणामों का समाधान निकाला जा सके। क़तर ने अमेरिका से क्षेत्रीय शांति के लिए गारंटी और रक्षा सहयोग का आश्वासन भी प्राप्त किया।

नेतन्याहू ने सार्वजनिक रूप से कहा, “हम क़तरियों को नहीं बल्कि हमास को निशाना बना रहे थे। इज़राइल क़तर की संप्रभुता दोबारा नहीं तोड़ेगा।”

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इस हमले को “क़तर की संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन” बताया। करीब 60 मुस्लिम देशों ने दोहा में एकजुटता दिखाई। क़तर स्थित विशेषज्ञों के अनुसार, यह माफी महत्वपूर्ण है क्योंकि बिना इसके मध्यस्थता प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती थी।

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