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जमात-ए-इस्लामी हिंद को कभी गुड सर्टिफिकेट नहीं दिया: केरल मुख्यमंत्री पिनराई विजयन

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि CPI(M) और LDF ने कभी जमात-ए-इस्लामी हिंद को समर्थन नहीं दिया। उन्होंने संगठन को असामाजिक बताया और आरोपों को राजनीतिक भ्रम फैलाने की कोशिश कहा।

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार (7 दिसंबर 2025) को स्पष्ट कहा कि न तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) [CPI(M)] और न ही वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) ने कभी जमात-ए-इस्लामी हिंद (JIH) या उसकी राजनीतिक इकाई वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया (WPI) को कोई “गुड सर्टिफिकेट” दिया है। उन्होंने JIH को “असामाजिक संगठन” करार देते हुए कहा कि वाम दलों की ओर से इस संगठन को लेकर किसी भी तरह का समर्थन या सकारात्मक प्रमाण पत्र देने का दावा पूरी तरह गलत है।

कोझीकोड में मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सही है कि उन्होंने पार्टी की राज्य समिति के कार्यालय में JIH पदाधिकारियों से मुलाकात की थी, लेकिन इसे किसी तरह की राजनीतिक स्वीकृति या समर्थन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक संवाद और औपचारिक मुलाकातें सामान्य प्रक्रिया होती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सरकार या वाम मोर्चा ऐसे संगठनों की विचारधारा या गतिविधियों को समर्थन देता है।

मुख्यमंत्री विजयन ने आगे कहा कि CPI(M) और LDF हमेशा सांप्रदायिकता, विभाजनकारी राजनीति और कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ दृढ़ रुख अपनाते हैं। उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा किसी भी ऐसे संगठन का समर्थन नहीं कर सकता जो सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुँचाने वाली गतिविधियों में शामिल हो।

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विजयन ने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक दल जानबूझकर CPI(M) और JIH के बीच संबंधों को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि राजनीतिक लाभ प्राप्त किया जा सके। उन्होंने दोहराया कि वाम दल हमेशा धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय को अपनी राजनीतिक नींव मानते हैं और भविष्य में भी ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त रुख जारी रखेंगे।

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