संसद का शीतकालीन सत्र: तंबाकू कर से रक्षा फंडिंग में क्या गलत है? – निर्मला सीतारमण
राज्यसभा में इंडिगो उड़ान रद्द मुद्दा उठा। लोकसभा ‘हेल्थ-नेशनल सिक्योरिटी सेस बिल’ पर चर्चा करेगी। तंबाकू उत्पादों पर अतिरिक्त कर को लेकर सीतारमण ने इसे उचित बताया।
संसद के शीतकालीन सत्र के पाँचवें दिन (5 दिसंबर 2025) राज्यसभा और लोकसभा दोनों में महत्वपूर्ण चर्चाएं और बिलों पर कार्रवाई हुई। राज्यसभा में विपक्ष ने देशभर के प्रमुख हवाई अड्डों पर इंडिगो की लगातार उड़ान रद्द होने के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू इस मामले की समीक्षा कर रहे हैं और निजी एयरलाइन से जुड़ी स्थिति को संभालने के लिए केंद्र के प्रयासों का आकलन किया जा रहा है।
इसी बीच, लोकसभा में ‘Health Security se National Security Cess Bill, 2025’ पर चर्चा और पारित करने की प्रक्रिया आगे बढ़ने की अपेक्षा है। इस बिल का उद्देश्य पान मसाला निर्माण में उपयोग होने वाली मशीनों या प्रक्रियाओं पर सेस लगाना है, ताकि देश की स्वास्थ्य और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित योजनाओं के लिए धन एकत्र किया जा सके।
शीतकालीन सत्र के चौथे दिन संसद ने तंबाकू और उससे जुड़े उत्पादों पर अधिक एक्साइज ड्यूटी लगाने वाले बिल को पारित किया था, जिसे राज्यसभा ने चर्चा के बाद लोकसभा को वापस भेज दिया। इस बिल के माध्यम से GST क्षतिपूर्ति सेस खत्म होने के बाद भी तंबाकू उत्पादों पर कर बढ़ाने का प्रावधान किया गया है।
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राज्यसभा में चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया कि तंबाकू उत्पादों को GST व्यवस्था में अब भी 40% की डिमेरिट टैक्स श्रेणी में रखा जाएगा। उन्होंने कहा, “अगर तंबाकू कर से मिलने वाली राशि को रक्षा या स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्च किया जाए, तो इसमें गलत क्या है?”
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