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क्यूएस सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में पंजाब विश्वविद्यालय की बड़ी छलांग

पंजाब विश्वविद्यालय ने QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2025 में बड़ा सुधार दिखाते हुए वैश्विक रैंक 710 से 569 पर पहुंची और एशिया तथा भारत स्तर पर भी रैंकिंग में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की।

पंजाब विश्वविद्यालय (PU) ने इस वर्ष की वैश्विक QS सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। 2025 संस्करण में, विश्वविद्यालय ने विश्व स्तर पर 569वां स्थान हासिल किया है, जो पिछले वर्ष यानी 2024 की 710वीं रैंक की तुलना में एक बड़ी छलांग है। यह सुधार न केवल वैश्विक स्तर पर बल्कि एशियाई और भारतीय रैंकिंग में भी देखने को मिला है।

एशिया क्षेत्र में, विश्वविद्यालय की रैंक 189 से बढ़कर 144 हो गई है, जो इस बात का संकेत है कि PU ने सस्टेनेबिलिटी, रिसर्च, पर्यावरणीय प्रदर्शन और सामाजिक प्रभाव जैसे मानकों पर बेहतर प्रदर्शन किया है। इसी तरह, भारत स्तर पर उसकी रैंक 21वें स्थान से बढ़कर 16वें स्थान पर पहुंच गई है।

PU की वाइस-चांसलर प्रो. रेनू विग ने कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के निरंतर प्रयासों, बेहतर शैक्षणिक गुणवत्ता, हरित पहल और सामाजिक उत्तरदायित्व परियोजनाओं का परिणाम है। उन्होंने बताया कि राज्य के पब्लिक विश्वविद्यालयों की श्रेणी में PU ने भी महत्वपूर्ण प्रगति की है—जहां 2024 में वह 5वें स्थान पर था, वहीं 2025 की रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।

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प्रो. विग ने कहा कि यह उपलब्धि न सिर्फ विश्वविद्यालय की वैश्विक प्रतिष्ठा को बढ़ाती है, बल्कि छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए नए अवसर भी खोलती है। विश्वविद्यालय में आगे सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने, ऊर्जा बचत को प्रोत्साहित करने और सामाजिक विकास कार्यक्रमों का विस्तार करने की भी योजना है।

शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में सुधार से विश्वविद्यालय का अंतरराष्ट्रीय सहयोग और फंडिंग अवसर भी बढ़ेंगे। पंजाब विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए एक प्रेरक उदाहरण के रूप में देखी जा रही है।

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