रेलवे ने तोड़फोड़ रोकने के लिए लापरवाह कर्मचारियों पर निगरानी बढ़ाई, बागमती एक्सप्रेस हादसे में अंदरूनी भूमिका की आशंका
बागमती एक्सप्रेस हादसे में अंदरूनी भूमिका की आशंका के बाद भारतीय रेलवे ने तोड़फोड़ रोकने के लिए लापरवाह कर्मचारियों पर निगरानी बढ़ाई और सुरक्षा उपायों को सख्त किया।
भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में तोड़फोड़ और सुरक्षा खतरों को रोकने के लिए अपने लापरवाह और संदिग्ध कर्मचारियों पर निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है। हाल ही में हुई बागमती एक्सप्रेस दुर्घटना की जांच में यह संकेत मिला है कि इस हादसे में रेलवे के अंदर से किसी व्यक्ति की भूमिका हो सकती है।
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दुर्घटना सामान्य तकनीकी खराबी या बाहरी हस्तक्षेप का नतीजा नहीं थी, बल्कि इसमें अंदरूनी स्तर पर मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। इस घटना में कई यात्री घायल हुए थे और रेलवे को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
सुरक्षा एजेंसियों ने रेलवे अधिकारियों को सचेत किया है कि तोड़फोड़ या हादसों में अंदरूनी कर्मचारियों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता। इसके बाद रेलवे ने सभी जोनों में सतर्कता अभियान शुरू कर दिया है, जिसमें कर्मचारियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
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रेलवे बोर्ड ने निर्देश दिया है कि कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच को मजबूत किया जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और सतर्कता विभाग को संभावित खतरों की पहचान करने और सुरक्षा उपायों को सख्त बनाने के लिए विशेष जिम्मेदारी दी गई है।
अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार की लापरवाही या मिलीभगत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच एजेंसियां बागमती एक्सप्रेस हादसे के सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही हैं ताकि सच्चाई सामने लाई जा सके।
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