बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश का अलर्ट, बंगाल की खाड़ी में बना लो-प्रेशर सिस्टम
बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर सिस्टम बनने से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश का अलर्ट। महाराष्ट्र से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी 5 अक्टूबर से पहले संभव नहीं।
बंगाल की खाड़ी में बने नए लो-प्रेशर सिस्टम ने पूर्वी भारत में मौसम की स्थिति को बदल दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अगले कुछ दिनों तक भारी वर्षा की संभावना जताई है और दोनों राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
आईएमडी के अनुसार, लो-प्रेशर क्षेत्र तेजी से सक्रिय हो रहा है, जिससे तटीय इलाकों और आस-पास के जिलों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। प्रशासन ने नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। साथ ही मछुआरों को भी चेतावनी दी गई है कि वे समुद्र में न जाएं, क्योंकि ऊंची लहरें और तेज हवाओं की आशंका बनी हुई है।
वहीं, महाराष्ट्र में भी इस प्रणाली का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी 5 अक्टूबर से पहले संभव नहीं है। सामान्यत: सितंबर के अंत तक मानसून की विदाई शुरू हो जाती है, लेकिन इस साल लो-प्रेशर सिस्टम के कारण इसकी अवधि बढ़ गई है।
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राज्य सरकारों ने जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को सतर्क रहने और राहत-बचाव दलों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। विशेष रूप से कोलकाता, भुवनेश्वर और तटीय क्षेत्रों में बारिश के चलते जलभराव और यातायात बाधित होने की संभावना जताई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के अंतिम चरण में ऐसी परिस्थितियां सामान्य हैं, लेकिन लगातार भारी बारिश बाढ़ और भूस्खलन जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती है। लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम अलर्ट का पालन करें और सावधानी बरतें।
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