सुप्रीम कोर्ट ने सोनम वांगचुक की पत्नी की याचिका पर सुनवाई 15 अक्टूबर तक के लिए स्थगित की
सुप्रीम कोर्ट ने सोनम वांगचुक की पत्नी की याचिका पर सुनवाई 15 अक्टूबर तक के लिए स्थगित की। याचिका में हिरासत को मनमाना और लोकतांत्रिक असहमति दबाने वाला बताया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई को 15 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया है। याचिका में दलील दी गई है कि सोनम वांगचुक की रोक-टोक (preventive detention) अनुचित और मनमानी है।
याचिका में कहा गया है कि वांगचुक की गिरफ्तारी में मालाफाइड (mala fide) इरादे नजर आते हैं, जिसका उद्देश्य लोकतांत्रिक असहमति को दबाना है। वांगचुक को कुछ समय पहले रोक-टोक के तहत हिरासत में लिया गया था, और उनकी पत्नी का कहना है कि यह कार्रवाई कानून और संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ है।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अगली सुनवाई 15 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी। अदालत ने केंद्र सरकार से भी अनुरोध किया है कि वह रोक-टोक के कारणों और दस्तावेजों को स्पष्ट रूप से साझा करे।
और पढ़ें: सोनम वांगचुक केस : सर्वोच्च न्यायालय में पत्नी गीतांजलि अंगमो की याचिका सुनी जाएगी
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला सिविल अधिकारों और लोकतांत्रिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है। अगर याचिका सफल होती है, तो इससे रोक-टोक की प्रक्रियाओं और सरकार की कार्रवाई के प्रति न्यायिक नियंत्रण मजबूत हो सकता है।
इस बीच, गीतांजलि अंगमो ने भी मीडिया के माध्यम से यह कहा कि उनका प्रयास केवल सोनम वांगचुक के अधिकारों की रक्षा और न्याय दिलाने का है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी तरह का राजनीतिक या व्यक्तिगत लाभ उद्देश्य नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई में केंद्र और वकीलों की दलीलों को ध्यान में रखते हुए अगला फैसला आने की संभावना है।