सोनम वांगचुक केस : सर्वोच्च न्यायालय में पत्नी गीतांजलि अंगमो की याचिका सुनी जाएगी
सुप्रीम कोर्ट में सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो की याचिका पर सुनवाई होगी। अदालत ने केंद्र सरकार को हिरासत के आधार साझा करने पर विचार करने का निर्देश दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने सोनम वांगचुक मामले में उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो की याचिका पर सुनवाई करने का फैसला किया है। सोनम वांगचुक, जो जलवायु और पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, को रोकथाम-आधारित (preventive detention) आधार पर हिरासत में लिया गया था। अदालत ने पिछली सुनवाई में मौखिक रूप से केंद्र सरकार से अनुरोध किया था कि वह हिरासत के grounds (आधार) को गीतांजलि अंगमो के साथ साझा करने पर विचार करे।
सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी नागरिक की हिरासत के पीछे की कानूनी और सुरक्षा संबंधी जानकारी संबंधित परिवार को उपलब्ध कराना आवश्यक है, ताकि उन्हें कानूनी कार्रवाई और न्याय प्राप्त करने का अधिकार मिल सके। गीतांजलि अंगमो ने अदालत में यह याचिका दायर की है कि उन्हें अपने पति की हिरासत के कारणों और आधारों की जानकारी दी जाए।
सोनम वांगचुक को उनकी सामाजिक और पर्यावरणीय गतिविधियों के कारण पहले भी कई बार चर्चा में देखा गया है। उनके कार्यों ने हिमालयी क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन और टिकाऊ विकास के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया है।
अदालत की आगामी सुनवाई में यह तय होगा कि केंद्र सरकार को हिरासत के आधार परिवार के साथ साझा करने के लिए निर्देशित किया जाए या नहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला नागरिक अधिकारों और रोकथाम-आधारित हिरासत की पारदर्शिता के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई न केवल सोनम वांगचुक के परिवार को न्याय सुनिश्चित करेगी, बल्कि यह हिरासत और सुरक्षा प्रावधानों में पारदर्शिता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण मिसाल पेश करेगी।
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