असम मंत्री के गोभी फार्मिंग पोस्ट पर विवाद, शशि थरूर ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
असम मंत्री के ‘गोभी फार्मिंग’ पोस्ट ने भागलपुर हिंसा की यादें ताजा कर विवाद खड़ा किया। शशि थरूर, कांग्रेस और टीएमसी नेताओं ने इसे नरसंहार का महिमामंडन बताते हुए निंदा की।
असम के मंत्री अशोक सिंघल के “बिहार अप्रूव्स गोभी फार्मिंग” पोस्ट ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्ष ने इस टिप्पणी को 1989 के भागलपुर दंगों में मुस्लिमों की हत्या का “महिमा मंडन” बताया। इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार (16 नवंबर 2025) को कड़ी निंदा की और कहा कि न तो हिंदू धर्म और न ही राष्ट्रवाद ऐसे नरसंहारों को सही ठहराता है।
सिंघल ने शुक्रवार (14 नवंबर) को एनडीए की बिहार जीत के बाद एक्स पर एक पोस्ट की थी, जिसमें फूलगोभी के खेत की तस्वीर थी। कई लोगों ने कहा कि यह तस्वीर 1989 के भागलपुर हिंसा के दौरान हुए लोगैन नरसंहार का संदर्भ है, जहां 116 मुस्लिमों की हत्या की गई थी और शवों को छिपाने के लिए खेतों में गोभी के पौधे लगाए गए थे।
एक एक्स यूज़र ने सिंघल पर आरोप लगाया कि एक कैबिनेट मंत्री चुनाव जीत का जश्न मनाने के लिए “मुस्लिमों के नरसंहार का महिमामंडन” कर रहा है। उसने शशि थरूर को टैग करते हुए पूछा कि क्या वे प्रभावशाली हिंदू नेताओं से इस ‘खतरनाक सामान्यीकरण’ की निंदा करवा सकते हैं।
जवाब में थरूर ने कहा, “मैं समुदाय आयोजक नहीं हूं, पर एक समर्थक और गर्वित हिंदू होने के नाते मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि हमारा धर्म और राष्ट्रवाद ऐसी हत्याओं को न तो स्वीकारता है, न सही ठहराता है।”
जब एक अन्य यूज़र ने कहा कि उन्होंने निंदा नहीं की तो थरूर ने जवाब दिया, “मैंने स्पष्ट रूप से निंदा की है!”
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने भी इस पोस्ट को “राजनीतिक संवाद का नया निम्न स्तर” बताया। उन्होंने कहा कि ‘गोभी फार्मिंग’ की छवि लोगैन नरसंहार से जुड़ी है, और इसे इस तरह इस्तेमाल करना शर्मनाक है।
टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कोई ‘फ्रिंज एलिमेंट’ नहीं, बल्कि बीजेपी का मंत्री ऐसा पोस्ट कर रहा है।
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