कोयंबटूर और मदुरै मेट्रो परियोजनाओं को केंद्र द्वारा खारिज किए जाने पर स्टालिन ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
स्टालिन ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कोयंबटूर और मदुरै मेट्रो परियोजनाओं को खारिज किए जाने पर निराशा जताई और MoHUA के निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने शनिवार, 22 नवंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक विस्तृत पत्र लिखकर कोयंबटूर और मदुरै मेट्रो रेल परियोजनाओं को केंद्र द्वारा खारिज किए जाने पर गहरी निराशा और असंतोष व्यक्त किया। स्टालिन ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) को इस निर्णय पर पुनर्विचार करने के निर्देश दें।
स्टालिन ने अपने पत्र में लिखा कि प्रस्ताव को खारिज किया जाना “हम सभी के लिए अप्रत्याशित और चौंकाने वाला” है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु देश का सबसे अधिक शहरीकृत राज्य है और यहां प्रति व्यक्ति निजी वाहन स्वामित्व भी काफी अधिक है। ऐसी स्थिति में सभी बड़े विकासशील शहरों में उच्च क्षमता वाली सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कोयंबटूर और मदुरै दोनों शहरों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली थी और मंज़ूरी के लिए आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय को भेज दी थी। लेकिन केंद्र द्वारा इन प्रस्तावों को अस्वीकार किया जाना राज्य के विकासात्मक हितों के विरुद्ध है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मेट्रो रेल परियोजनाओं के शुरू होने से न केवल यातायात व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि प्रदूषण में कमी, ईंधन की बचत और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार पहले से ही चेन्नई मेट्रो के विस्तार के कार्यों को आगे बढ़ा रही है, और कोयंबटूर व मदुरै जैसे शहरों में भी आधुनिक परिवहन अवसंरचना की जरूरत है।
स्टालिन ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि केंद्र राज्य की आवश्यकताओं और विकास प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए इन प्रस्तावों को पुनः विचारार्थ स्वीकार करे, ताकि दोनों परियोजनाओं पर शीघ्र निर्णय लिया जा सके।
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