विदेशी फंड आउटफ्लो और अमेरिकी H-1B वीज़ा शुल्क की चिंता से शेयर बाजार में गिरावट
विदेशी फंड आउटफ्लो और अमेरिकी H-1B वीज़ा शुल्क की चिंताओं से 23 सितंबर को सेंसेक्स 57.87 अंक और निफ्टी 32.85 अंक गिरकर क्रमशः 82,102.10 और 25,169.50 पर बंद हुआ।
23 सितंबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोर रही। विदेशी फंड के बहिर्वाह और अमेरिकी H-1B वीज़ा शुल्क को लेकर निवेशकों में बढ़ी चिंता ने बाजार पर दबाव डाला। इस दिन सेंसेक्स 57.87 अंक या 0.07% की गिरावट के साथ 82,102.10 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 32.85 अंक या 0.13% की कमी के साथ 25,169.50 पर समाप्त हुआ।
विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी निवेशकों का भारतीय इक्विटी मार्केट से पैसा निकालना बाजार में अस्थिरता का कारण बना। साथ ही, अमेरिका द्वारा H-1B वीज़ा शुल्क में संभावित बदलाव की खबरों ने तकनीकी और आईटी कंपनियों के शेयरों पर दबाव डाला, क्योंकि इन कंपनियों की विदेशी परियोजनाओं और कर्मचारियों की लागत पर असर पड़ सकता है।
इस गिरावट के बावजूद, बाजार के कुछ सेक्टर्स में खरीदारी देखी गई। बैंकिंग और उपभोक्ता वस्तुओं के शेयरों में मामूली तेजी रही, लेकिन यह संपूर्ण बाजार के कमजोर रुख को संतुलित करने के लिए पर्याप्त नहीं थी।
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अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों की स्थिति और घरेलू आर्थिक संकेतकों का भी बाजार पर प्रभाव पड़ा। विशेषज्ञों ने निवेशकों को सतर्क रहने और लघु अवधि की उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए निवेश निर्णय लेने की सलाह दी।
निवेशक विदेशी फंड के बहिर्वाह और नीतिगत बदलावों के बीच बाजार के रुझानों पर नजर बनाए हुए हैं। आने वाले दिनों में अमेरिकी और घरेलू आर्थिक नीतियों के फैसले बाजार की दिशा तय कर सकते हैं।
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