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फॉर्मूला-ई रेस घोटाला: तेलंगाना राज्यपाल ने केटीआर के खिलाफ जांच की अनुमति दी

राज्यपाल ने केटीआर के खिलाफ फॉर्मूला-ई घोटाले में जांच की अनुमति दी। एसीबी अब तेजी से कार्रवाई करेगी। केटीआर पर सरकारी धन के दुरुपयोग और अनियमित विदेशी भुगतान के आरोप हैं।

तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने गुरुवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के पुत्र केटी रामाराव (केटीआर) के खिलाफ फॉर्मूला-ई रेस आयोजन से जुड़े कथित ₹54.88 करोड़ के घोटाले में जांच की अनुमति दे दी है।

पांच बार के विधायक केटीआर पर पिछले वर्ष एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें वित्तीय अनियमितताओं और आर्थिक हेरफेर के आरोप लगाए गए थे। इसी के आधार पर राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने विस्तृत जांच शुरू की थी।

केटीआर पर आरोप है कि उन्होंने शहरी विकास और नगर प्रशासन मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी धन और पद का दुरुपयोग किया। जैसे ही राज्यपाल ने औपचारिक रूप से जांच की मंजूरी दी, वैसे ही एसीबी अब अपनी कार्रवाई और पूछताछ की गति बढ़ाने वाली है।

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एसीबी ने जून में केटीआर से करीब आठ घंटे पूछताछ की थी। एजेंसी ने उनसे मोबाइल फोन और व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सौंपने की मांग की, लेकिन केटीआर ने संवैधानिक अधिकारों का हवाला देते हुए इसे अस्वीकार कर दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है।

दिसंबर में दर्ज मामले में यह भी आरोप शामिल है कि फॉर्मूला-ई रेस आयोजन से जुड़े कुछ विदेशी भुगतान बिना आवश्यक अनुमति के किए गए, जिससे ₹8.06 करोड़ का अतिरिक्त कर बोझ पड़ा। यह भुगतान 2023 विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता लागू होने पर भी किया गया, जो नियमों का उल्लंघन माना जाता है।

इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी एक अलग प्रकरण दर्ज किया है और वित्तीय लेनदेन की जांच कर रहा है।

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