मेघालय सरकार ने फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए नई नीति के तहत 1.50 करोड़ रुपये तक के प्रोत्साहन की घोषणा की है। यह पहल राज्य में फिल्म उद्योग को विकसित करने और पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय प्रतिभाओं को अवसर देने के उद्देश्य से लाई गई है।
सरकार की नई नीति के अनुसार, जो भी फिल्में मेघालय में अपने कंटेंट का 75 प्रतिशत हिस्सा शूट करती हैं, उन्हें 1 करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह प्रोत्साहन सभी भाषाओं की फिल्मों के लिए उपलब्ध है, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के फिल्म निर्माताओं को आकर्षित किया जा सके।
राज्य के पर्यटन और संस्कृति विभाग ने बताया कि इस नीति का उद्देश्य मेघालय को एक प्रमुख फिल्मिंग डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करना है। इसके अलावा, इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा क्योंकि फिल्म निर्माण के दौरान स्थानीय रोजगार, होटल, परिवहन और अन्य सेवाओं का उपयोग बढ़ेगा।
और पढ़ें: संदीप रेड्डी वांगा ने 'कांतारा: चैप्टर 1' को बताया मास्टरपीस
साथ ही, सरकार ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को शूटिंग के लिए जरूरी अनुमतियां और सहयोग आसानी से उपलब्ध कराया जाएगा। इससे विदेशी और देशी प्रोडक्शन हाउस मेघालय को अपनी फिल्मों के लिए प्राथमिक स्थान के रूप में चुन सकेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की पहल न केवल फिल्म उद्योग को बढ़ावा देगी बल्कि मेघालय के सांस्कृतिक और प्राकृतिक सौंदर्य को भी वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेगी। इससे राज्य में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती मिलेगी।
इस नीति के तहत आने वाली फिल्मों को प्रचार और विपणन के लिए भी राज्य सरकार की ओर से सहयोग दिया जाएगा, ताकि फिल्में और ज्यादा दर्शकों तक पहुंच सके।
और पढ़ें: शाहरुख खान बने अरबपति, भारतीय मनोरंजन जगत में नई मिसाल