आज से रसोई से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स, दवाओं से उपकरणों और गाड़ियों तक कई रोज़मर्रा की वस्तुएँ सस्ती हो गई हैं। इसका कारण है जीएसटी परिषद का बड़ा निर्णय, जिसके तहत लगभग 375 वस्तुओं और सेवाओं पर कर दर घटा दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए इसे “अगली पीढ़ी का सुधार” और “जीएसटी सेविंग्स फेस्टिवल” करार दिया। उन्होंने कहा कि इस कदम से गरीब, मध्यमवर्ग और नए मध्यमवर्ग के जीवन पर सकारात्मक असर पड़ेगा। साथ ही उन्होंने स्वदेशी उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देने की अपील की और कहा, “भारत की समृद्धि स्वदेशी मंत्र से ही मजबूत होगी।”
केंद्र और राज्यों से मिलकर बनी जीएसटी परिषद ने यह बदलाव नवरात्रि के पहले दिन लागू किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस सुधार से लगभग ₹2 लाख करोड़ सीधे जनता के हाथों में होंगे, जिससे घरेलू खपत बढ़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि जीएसटी ढांचे को पहले की चार स्लैब से घटाकर दो स्लैब में कर दिया गया है, ताकि प्रणाली सरल और पारदर्शी हो सके।
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कांग्रेस ने इस कदम की आलोचना की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इन सुधारों का सारा श्रेय खुद ले रहे हैं, जबकि राज्यों की मुआवज़ा बढ़ाने की मांग पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इस सुधार से महंगाई से राहत मिलेगी और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने टिप्पणी की, “दिल्ली के व्यापारियों और नागरिकों के लिए दिवाली समय से पहले आ गई है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी सुधार का यह नया दौर महंगाई घटाने, खपत बढ़ाने और एमएसएमई क्षेत्र को मजबूती देने में अहम साबित होगा।
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