अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुँच गया है। अफगान तालिबान ने शनिवार को पाकिस्तान की सीमा पर कई स्थानों पर हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप डूरंड रेखा के साथ कम से कम सात बिंदुओं पर भीषण लड़ाई छिड़ गई। दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी और भारी हथियारों का इस्तेमाल कई घंटों तक जारी रहा।
पाकिस्तानी सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, तालिबान के लड़ाकों ने खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान की सीमाओं के पास स्थित चौकियों पर एक साथ हमला किया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी बलों ने तोपखाने और ड्रोन का इस्तेमाल किया। इस झड़प में दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ है, हालांकि आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं।
अफगान तालिबान के प्रवक्ता ने दावा किया कि पाकिस्तान ने अफगान क्षेत्र में गोलाबारी की थी, जिसके जवाब में यह कार्रवाई की गई। प्रवक्ता ने कहा कि “अफगानिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
और पढ़ें: बिहार विधानसभा चुनाव : भाजपा और एनडीए सहयोगी आज करेंगे सीट बंटवारे का ऐलान, झामुमो ने इंडिया गठबंधन को 14 अक्टूबर तक दी समयसीमा
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने तालिबान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उसकी कार्रवाई “आत्मरक्षा” में की गई थी। इस्लामाबाद ने काबुल से सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने की मांग की है।
क्षेत्रीय विश्लेषकों का कहना है कि यह संघर्ष दक्षिण एशिया में पहले से अस्थिर सुरक्षा स्थिति को और गंभीर बना सकता है। डूरंड रेखा, जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा निर्धारित करती है, दशकों से विवाद का केंद्र रही है, और इस ताजा संघर्ष ने दोनों देशों के बीच विश्वास को और कमजोर कर दिया है।
और पढ़ें: ट्रंप शांति शिखर सम्मेलन से पहले गाज़ा से रिहा होंगे इजराइली बंधक: हमास का दावा