केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सीमा क्षेत्रों में होने वाले जनसांख्यिकीय बदलाव ‘जानबूझकर’ किए जा रहे हैं और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती हैं। उन्होंने यह टिप्पणी वाइब्रेंट विलेजेस प्रोग्राम वर्कशॉप में की, जहाँ उन्होंने सीमा क्षेत्रों में सामुदायिक संरचना और सुरक्षा को लेकर विस्तार से चर्चा की।
अमित शाह ने कहा कि सीमाओं पर सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से जनसांख्यिकीय संरचना में बदलाव को समझना जरूरी है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि ऐसी गतिविधियाँ केवल स्थानीय विकास या सामाजिक कारणों से नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमाओं की स्थिरता को प्रभावित करने के लिए हो रही हैं।
वर्कशॉप में गृह मंत्री ने कहा कि वाइब्रेंट विलेजेस प्रोग्राम का उद्देश्य न केवल सीमा क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना है, बल्कि वहां सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता को भी सुनिश्चित करना है। उन्होंने अधिकारियों और स्थानीय प्रतिनिधियों से कहा कि इन क्षेत्रों में संवेदनशीलता बनाए रखते हुए जनसांख्यिकीय परिवर्तन और विकास परियोजनाओं को संतुलित तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
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विशेषज्ञों का मानना है कि अमित शाह की टिप्पणियों से यह स्पष्ट होता है कि सरकार सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा और सामाजिक संरचना दोनों को महत्व दे रही है। इसके तहत न केवल बुनियादी ढांचे का विकास होगा, बल्कि सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सतत निगरानी और रणनीतिक उपायों पर भी जोर दिया जाएगा।
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