असम के बाहरी त्रिपुरा परिषद (BTC) चुनाव में वोटों की गिनती आज से शुरू हो गई है। चुनाव परिणामों को लेकर राज्य में राजनीतिक हलचल और उत्सुकता का माहौल है। इस चुनाव में कई क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों ने भाग लिया, लेकिन सबसे अधिक ध्यान प्रमोद बोरो की नेतृत्व वाली यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (UPPL) पर है।
UPPL का लक्ष्य स्पष्ट है—वर्तमान सत्ता बनाए रखना। पार्टी चाहती है कि वह अकेले या किसी राजनीतिक गठबंधन के जरिए BTC में सत्ता में बनी रहे। इसके लिए वह पुराने गठबंधन पार्टियों के साथ-साथ नए संभावित गठबंधनों पर भी विचार कर रही है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि इस चुनाव के नतीजे असम की क्षेत्रीय राजनीति और BTC की सत्ता संरचना पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।
चुनाव आयोग और राज्य सरकार ने वोटों की गिनती की प्रक्रिया को पारदर्शी और शांतिपूर्ण बनाने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं। वोटों की गिनती अलग-अलग जिलों में स्थित गिनती केंद्रों पर की जा रही है। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया है कि प्रक्रिया निष्पक्ष और व्यवस्थित ढंग से पूरी हो।
और पढ़ें: अमित शाह असम में पंचायत नेताओं के सम्मेलन से BJP का 2026 चुनाव अभियान शुरू करेंगे
इस चुनाव में स्थानीय विकास, प्रशासनिक सुधार, सुरक्षा और समुदायिक हित मुख्य मुद्दे रहे। UPPL के अलावा अन्य क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियां भी सत्ता पर दावा करने के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि इस चुनाव के परिणाम आने वाले वर्षों में BTC के प्रशासनिक और राजनीतिक दिशा को तय करेंगे। UPPL की कोशिश है कि सत्ता में बने रहते हुए क्षेत्र में विकास और प्रशासनिक कार्यक्षमता को मजबूत किया जा सके।
और पढ़ें: दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने पंजाबी बाग श्मशान भूमि में ऑटोमेटेड पजल कार पार्किंग सुविधा का उद्घाटन किया