कंटेंट क्रिएटर अथर्व सुदामे ने सामाजिक सौहार्द पर बनाए गए अपने वीडियो को तीव्र विरोध के बाद हटा दिया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था और इसे लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं।
अथर्व सुदामे की इस रील में धार्मिक सौहार्द और आपसी समझ को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया था। हालांकि, कुछ लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे सकारात्मक बताया, जबकि कई अन्य ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उन्हें धार्मिक मामलों पर सलाह देने का अधिकार नहीं है। विरोध करने वालों ने सोशल मीडिया पर कड़े शब्दों में अपनी नाराजगी व्यक्त की और उनसे वीडियो हटाने की मांग की।
बढ़ते विवाद के बाद अथर्व सुदामे ने वीडियो को अपने अकाउंट से हटा दिया। हालांकि उन्होंने अभी तक इस फैसले पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है। सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं का मानना है कि केवल विरोध के कारण वीडियो हटाना सही नहीं है, जबकि अन्य का कहना है कि संवेदनशील विषयों पर कंटेंट क्रिएटर्स को सावधानी बरतनी चाहिए।
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यह घटना एक बार फिर इस बहस को जन्म देती है कि सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धार्मिक भावनाओं के सम्मान के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में संवाद और सहमति का माहौल बनाना जरूरी है, ताकि किसी भी पक्ष की भावनाएं आहत न हों और समाज में सौहार्द बना रहे।
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