आंध्र प्रदेश के भीमिली में समुद्र तट क्षरण को रोकने के लिए 210 करोड़ रुपये की लागत से एक विशाल रिटेनिंग वाल बनाया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा करना है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण को भी सुदृढ़ बनाना है।
स्थानीय विधायक गंटा श्रीनिवास राव ने बताया कि इस परियोजना के साथ-साथ भीमिली विधानसभा क्षेत्र के सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध विकास के लिए “भीमिली डेवलपमेंट फोरम” का गठन किया जाएगा। यह फोरम विकास परियोजनाओं की निगरानी, स्थानीय जरूरतों की पहचान और सतत विकास सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
समुद्र तट पर रिटेनिंग वाल बनने से न केवल भूमि क्षरण पर नियंत्रण मिलेगा, बल्कि तटीय इलाकों में बाढ़ और तूफानों के समय होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकेगा। परियोजना में आधुनिक इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग किया जाएगा ताकि दीर्घकालिक सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।
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स्थानीय व्यवसायियों और मछुआरों ने इस योजना का स्वागत किया है, क्योंकि इससे उनकी आजीविका सुरक्षित रहेगी। विधायक ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य न केवल अवसंरचना निर्माण करना है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी विकास प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल करना है।
भीमिली की योजना बद्ध और सतत विकास की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। फोरम और परियोजना के माध्यम से न केवल पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखा जाएगा, बल्कि पर्यटन और स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
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