बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सीट बंटवारे को लेकर चर्चाएं जारी हैं। कांग्रेस ने गठबंधन से 70 सीटों की मांग की है, जबकि राजद (RJD) ने अपने पक्ष से केवल 58 सीटें देने की पेशकश की है। इस असहमति के कारण गठबंधन में सीट शेयरिंग की योजना पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है, और चर्चा लंबित है।
इस बीच, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने गठबंधन की अनिश्चितता के बावजूद पार्टी टिकट वितरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी अपने उम्मीदवारों को तय कर रही है और चुनावी तैयारियों में कोई देरी नहीं होगी। लालू प्रसाद ने इस कदम से स्पष्ट कर दिया कि राजद गठबंधन की रणनीति को ध्यान में रखते हुए भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा में पीछे नहीं रहेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि महागठबंधन के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि सीट बंटवारे पर असहमति से गठबंधन की चुनावी ताकत और सामंजस्य प्रभावित हो सकता है। कांग्रेस और राजद के बीच चल रही बातचीत में दोनों पक्ष अपने-अपने हितों की रक्षा कर रहे हैं।
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राजनीतिक विश्लेषक यह भी मानते हैं कि बिहार चुनाव में महागठबंधन और भाजपा-आरजेडीयू जैसी विपक्षी पार्टियों के बीच टक्कर कड़ी रहने की संभावना है। ऐसे में गठबंधन का सही समय पर सीट बंटवारा तय होना महत्त्वपूर्ण है, ताकि चुनाव प्रचार और रणनीति में विलंब न हो।
लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों में गठबंधन की भूमिका, उम्मीदवारों की घोषणा और सीट बंटवारे के निर्णय बिहार की राजनीति में आगामी महीनों में महत्वपूर्ण मोड़ साबित होंगे।
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