बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राघोपुर विधानसभा सीट से तेजस्वी यादव ने अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। यह सीट उनके राजनीतिक क्षेत्र की महत्वपूर्ण मानी जाती है और उनके लिए विशेष महत्व रखती है। तेजस्वी यादव का नामांकन दाखिल करना चुनावी जंग में उनकी सक्रिय भागीदारी का संकेत है।
वहीं, जनता दल (यू) ने अपनी पहली सूची जारी करते हुए कुल 57 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। इस सूची में पार्टी ने विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों का चयन किया है, जो आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की ताकत बढ़ाने में मदद करेंगे।
सूची जारी होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत 16 अक्टूबर से करने का निर्णय लिया है। इस अभियान के दौरान मुख्यमंत्री अपने विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में जाकर जनता से सीधे संवाद करेंगे और पार्टी की नीतियों तथा उपलब्धियों को उजागर करेंगे।
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विशेषज्ञों का मानना है कि तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार दोनों की रणनीति इस बार चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव का नामांकन और JD(U) की उम्मीदवार सूची दोनों ही पार्टियों के लिए चुनावी समीकरण को प्रभावित करेंगे।
चुनावी माहौल में अब हर राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। राज्य में विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता सक्रिय रूप से जनता से संपर्क कर रहे हैं और आगामी मतदान के लिए समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं।
इस बार के चुनाव में जनता की नज़रें विशेष रूप से प्रमुख नेताओं की गतिविधियों और उम्मीदवारों की सूची पर टिकी हुई हैं, जिससे चुनावी मुकाबला और भी रोचक होने की संभावना है।
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