सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने घोषणा की है कि शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी 2026 से आयोजित की जाएंगी। कक्षा 10 की परीक्षाएं 17 फरवरी से 10 मार्च तक होंगी, जबकि कक्षा 12 की परीक्षाएं 17 फरवरी से 9 अप्रैल तक चलेंगी। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के अनुरूप, वर्ष 2026 से कक्षा 10 के छात्रों के लिए साल में दो बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। कक्षा 12 की फिजिक्स परीक्षा 20 फरवरी और केमिस्ट्री परीक्षा 28 फरवरी को होगी।
कक्षा 10 की सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक, विज्ञान (Science) की परीक्षा 25 फरवरी को निर्धारित है। विज्ञान में अच्छे अंक प्राप्त करना कुल परिणाम को प्रभावित करता है, इसलिए तैयारी व्यवस्थित होनी चाहिए। छात्रों को सभी अध्यायों की पुनरावृत्ति, अवधारणाओं की स्पष्ट समझ, और थ्योरी को संख्यात्मक व एमसीक्यू प्रश्नों में लागू करने की क्षमता विकसित करनी होगी।
PhysicsWallah के फिजिक्स प्रोफेसर ने बताया कि सीबीएसई के प्रश्न अब अधिक अवधारणात्मक और एप्लीकेशन-आधारित हो गए हैं, इसलिए रटने की बजाय समझ पर जोर देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि फिजिक्स के सभी न्यूमेरिकल का अभ्यास, केमिस्ट्री की रिएक्शन्स की पुनरावृत्ति और बायोलॉजी के डायग्राम्स व की-टर्म्स की तैयारी करना बहुत महत्वपूर्ण है। सैंपल पेपर हल करना सबसे प्रभावी तरीका है—सप्ताह में एक पेपर भी छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ा सकता है।
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कक्षा 12 के छात्रों के लिए, पिछले वर्ष के कठिन प्रश्नपत्रों से बनी घबराहट को दूर करने के लिए उन्होंने कहा कि स्पष्टता के साथ तैयारी करना जरूरी है। उच्च वेटेज वाले अध्याय—सेमिकंडक्टर्स, ऑप्टिक्स और मॉडर्न फिजिक्स—पर विशेष ध्यान देते हुए, पिछले वर्षों के पेपर और मॉक टेस्ट हल करने चाहिए। तीन से चार फुल-लेंथ टेस्ट देने से कमजोरियाँ पहचानने में मदद मिलती है।
उन्होंने कहा, “एक-एक दिन पर ध्यान दें, अपनी तैयारी पर भरोसा रखें, और आप निश्चित रूप से सफल होंगे।”
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