कर्नाटक में चामुंडी चलो रैली को पुलिस ने सफलतापूर्वक रोक दिया। रैली का आयोजन सरकार के फैसले के विरोध में किया गया था, जिसमें लेखक बानू मुश्ताक को 2025 के दशहरा महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था।दशहरा महोत्सव इस वर्ष 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित किया जाना था।
पुलिस ने रैली के दौरान बीजेपी और हिंदू जागरण वेदिके के कई समर्थकों को अग्रिम हिरासत (Preventive Custody) में ले लिया। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक सुरक्षा और संभावित संघर्षों को देखते हुए यह कार्रवाई जरूरी थी।
बीजेपी और हिंदू जागरण वेदिके के नेताओं का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल सरकार के फैसले के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध करना था। उन्होंने बानू मुश्ताक को महोत्सव के उद्घाटन में आमंत्रित करने के निर्णय को “सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं के अनुकूल नहीं” बताया।
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विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की रैलियों और विरोध प्रदर्शन अक्सर संवेदनशील राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों को उजागर करते हैं। हालांकि प्रशासन का ध्यान यह सुनिश्चित करना होता है कि किसी भी विरोध प्रदर्शन से हिंसा या सार्वजनिक अव्यवस्था न फैले।
इस कार्रवाई के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने शहर और महोत्सव स्थल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और आयोजनों के शांतिपूर्ण संचालन के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
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