नए साल की शुरुआत को खास बनाते हुए बंगाल के जाने-माने कलाकार शुभप्रसन्ना कोलकाता में महान अभिनेता और फिल्मकार चार्ली चैपलिन को समर्पित एक विशेष कला प्रदर्शनी आयोजित करने जा रहे हैं। इस प्रदर्शनी में शुभप्रसन्ना की 30 कलाकृतियां प्रदर्शित की जाएंगी, जो चार्ली चैपलिन के जीवन, व्यक्तित्व और उनके सिनेमा की विभिन्न भावनाओं को दर्शाती हैं। यह प्रदर्शनी कुल 20 दिनों तक चलेगी।
शुभप्रसन्ना ने कहा कि 20वीं सदी में दो ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तित्व हुए, जिन्होंने सांस्कृतिक जगत पर अमिट छाप छोड़ी। एक थे स्पेन के क्रांतिकारी कलाकार पाब्लो पिकासो और दूसरे चार्ली चैपलिन, जो न केवल अभिनेता और फिल्मकार थे, बल्कि फासीवाद के मुखर आलोचक भी थे। चैपलिन को समाज की गहरी समझ थी, जिसे उन्होंने मूक सिनेमा से लेकर बोलती फिल्मों तक अपने अभिनय के माध्यम से अभिव्यक्त किया।
‘ए जीनियस एंड द कॉमन मैन’ शीर्षक से आयोजित यह प्रदर्शनी 2 जनवरी से 22 जनवरी तक कोलकाता सेंटर फॉर क्रिएटिविटी में लगेगी। इस प्रदर्शनी की खास बात यह है कि शुभप्रसन्ना ने पारंपरिक रंगों के बजाय एक विशेष प्रकार की ऐक्रेलिक इंक का इस्तेमाल किया है, जिसे स्प्रे किया जा सकता है।
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कलाकार ने बताया कि यह कृतियां चार्ली चैपलिन के प्रति उनके गहरे सम्मान और प्रभाव को दर्शाती हैं। उन्होंने चैपलिन के चेहरे के भाव, मुद्राओं और हाव-भाव का गहन अध्ययन कर उन्हें अपनी कला में उतारने का प्रयास किया है।
चार्ली चैपलिन की प्रासंगिकता पर बोलते हुए शुभप्रसन्ना ने कहा कि कुछ व्यक्तित्व समय की सीमाओं से परे होते हैं और चैपलिन उनमें से एक हैं। उन्होंने हास्य, व्यंग्य और विडंबना के माध्यम से समाज की असमानताओं, पीड़ा और अन्याय को सामने रखा। फासीवाद के खिलाफ उनका प्रतिरोध और आधुनिकता पर उनकी रचनात्मक टिप्पणियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। ऐसे कलाकार कभी बूढ़े नहीं होते, वे समय से आगे होते हैं।
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