केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) ने गुरुवार (4 दिसंबर 2025) को पलक्कड़ के विधायक राहुल ममकूटाथिल को पार्टी से निष्कासित कर दिया। यह कदम उस यौन शोषण मामले के बाद उठाया गया जिसने अगस्त से ही यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) को गंभीर रूप से प्रभावित किया हुआ था। पार्टी ने इस निर्णय के साथ स्पष्ट कर दिया कि वह इस कांड से दूरी बनाना चाहती है।
KPCC अध्यक्ष सनी जोसेफ ने अपने संक्षिप्त प्रेस बयान में कहा कि राहुल ममकूटाथिल का कांग्रेस में बने रहना “नैतिक रूप से अस्वीकार्य” हो गया है, क्योंकि उन पर कई गंभीर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगे हैं, जिनमें क्रमिक यौन शोषण के आरोप भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की साख और नैतिक जिम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय अनिवार्य हो गया था।
यह फैसला उस अदालत के आदेश के बाद आया जिसमें तिरुवनंतपुरम की एक जिला अदालत ने विधायक की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया। यह याचिका उस मामले में दायर की गई थी जिसमें एक महिला परिचित ने पिछले गुरुवार को उनके खिलाफ रेप और गर्भपात के लिए दबाव डालने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, आरोपी ने महिला का यौन उत्पीड़न किया और बाद में अवैध रूप से गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया।
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अदालत द्वारा जमानत याचिका खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस पर दबाव और बढ़ गया था कि वह अपने विधायक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे। पार्टी ने इस मामले में त्वरित कदम उठाते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया, ताकि इस कांड की राजनीतिक प्रतिध्वनि को नियंत्रित किया जा सके और यह संदेश दिया जा सके कि वह यौन अपराधों को लेकर शून्य सहनशीलता की नीति पर काम करती है।
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