भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से कहा कि एलएसी (लाइने ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल) पर तनाव कम करने की प्रक्रिया को निरंतर आगे बढ़ाना आवश्यक है। जयशंकर ने यह बात दिल्ली में वांग के साथ हुई द्विपक्षीय वार्ता के दौरान कही।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत दौरे पर हैं और उनके कार्यक्रम में NSA अजीत डोवाल के साथ बैठक भी शामिल है। इस दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय सुरक्षा, और सीमाओं पर स्थिरता बनाए रखने के उपायों पर चर्चा की। जयशंकर ने विशेष रूप से सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
वांग यी 19 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। यह उनकी पहली ऐसी यात्रा है जो 2023 में हुई प्रधानमंत्री मोदी काज़ान समिट के बाद हो रही है। इस यात्रा को दोनों देशों के बीच बढ़ते कूटनीतिक संवाद और रणनीतिक सहयोग का संकेत माना जा रहा है।
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दोनों विदेश मंत्रियों ने व्यापार, निवेश, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए आपसी सहयोग पर भी चर्चा की। साथ ही, उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर संवाद को निरंतर बनाए रखने के महत्व पर सहमति जताई।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस दौरे का उद्देश्य भारत-चीन संबंधों में विश्वास बहाल करना और सीमाओं पर शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करना है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव कम होने और स्थायी कूटनीतिक समाधान की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी।
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