डेनमार्क ने 27 अगस्त 2025 को कोपेनहेगन में अमेरिकी राजनयिक मार्क स्ट्रोह, को तलब किया। यह कदम डेनमार्क के सार्वजनिक प्रसारक DR की रिपोर्ट के बाद उठाया गया, जिसमें कहा गया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े तीन अमेरिकी नागरिक ग्रीनलैंड में गुप्त प्रभाव अभियान चला रहे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, इन व्यक्तियों ने ग्रीनलैंड में डेनमार्क विरोधी भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय लोगों की सूची तैयार की और राजनीतिक संपर्क स्थापित करने की कोशिश की। डेनमार्क की खुफिया सेवा ने ग्रीनलैंड को बाहरी प्रभाव अभियानों के लिए संवेदनशील क्षेत्र माना है।
डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन ने कहा कि "किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को अस्वीकार्य" माना जाएगा। ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री जेंस-फ्रेडरिक नील्सन ने भी इस हस्तक्षेप की निंदा की और इसे डेनमार्क और ग्रीनलैंड के बीच विश्वास को कमजोर करने का प्रयास बताया।
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राष्ट्रपति ट्रंप ने ग्रीनलैंड को अमेरिका में शामिल करने की इच्छा जताई है, लेकिन ग्रीनलैंड के 85% नागरिकों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है। डेनमार्क और ग्रीनलैंड ने स्पष्ट किया है कि ग्रीनलैंड बिक्री के लिए नहीं है।
व्हाइट हाउस ने इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन एक अनाम अधिकारी ने डेनमार्क की चिंताओं को कम करने की सलाह दी है।
यह घटना डेनमार्क और अमेरिका के बीच राजनयिक तनाव को बढ़ा सकती है, विशेष रूप से ग्रीनलैंड के भविष्य को लेकर।
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