तमिलनाडु के एनोर एसईजेड थर्मल पावर प्रोजेक्ट में हुई इमारत गिरने की दर्दनाक घटना में पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई, जिनमें सभी मजदूर असम के रहने वाले थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मुख्यमंत्री स्टालिन ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद प्रदान करेगी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में निर्माण कार्य में लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी सामने आई है। इसी आधार पर ठेकेदार और निर्माण से जुड़े अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
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सूत्रों के अनुसार, हादसे के समय मजदूर इमारत के अंदर काम कर रहे थे, तभी अचानक ढांचा गिर गया। इस दुर्घटना में कई लोग मलबे के नीचे दब गए। राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया, लेकिन नौ मजदूरों की जान नहीं बचाई जा सकी।
इस घटना ने न केवल सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि बड़े बुनियादी ढांचा प्रोजेक्ट्स में श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ाई है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं से सबक लेकर सरकार और कंपनियों को सुरक्षा उपायों को और सख्ती से लागू करना चाहिए।
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