उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में कथित धर्मांतरण गतिविधियों को लेकर पुलिस ने एक पादरी और उसके बेटे समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, इन पर आरोप है कि एक चर्च में अवैध रूप से धर्मांतरण कराया जा रहा था। इस मामले के सामने आने के बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
रविवार को स्थिति उस समय और बिगड़ गई, जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का एक समूह चर्च के बाहर एकत्र हो गया और जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि चर्च में लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। नारेबाजी और हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हालात बिगड़ने से पहले ही एहतियातन कार्रवाई करते हुए चर्च से जुड़े तीन लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें एक पादरी और उसका बेटा भी शामिल है। पूछताछ के बाद तीनों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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घटना के बाद इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
वहीं, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे लंबे समय से इस चर्च में संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत कर रहे थे, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही थी। दूसरी ओर, चर्च से जुड़े लोगों ने सभी आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि वे केवल प्रार्थना सभा आयोजित कर रहे थे।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर राज्य में धर्मांतरण और कानून-व्यवस्था को लेकर बहस को तेज कर दिया है।
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