राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को नई दिल्ली में हरियाणा की मंत्री श्रुति चौधरी को राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्रदान किया। यह पुरस्कार देश में जल संरक्षण के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने और बेहतर जल प्रबंधन पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रेरित करने हेतु दिया जाता है। इस बार हरियाणा ने राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में तीसरा स्थान हासिल किया है, जिसे राज्य के जल प्रबंधन में निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण माना जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, हरियाणा की यह उपलब्धि उसके ‘इंटीग्रेटेड वॉटर रिसोर्सेज मैनेजमेंट’ मॉडल का परिणाम है, जिसमें वैज्ञानिक योजना, सामुदायिक भागीदारी और तकनीकी नवाचारों का समावेश है। यह मॉडल राज्य में दीर्घकालिक जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार से यह स्पष्ट होता है कि हरियाणा ने जल संरक्षण और जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। राज्य सरकार लगातार सूक्ष्म सिंचाई, वर्षा जल संचयन, भूजल पुनर्भरण और आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर जोर देती रही है। इससे न केवल जल का बेहतर उपयोग संभव हुआ है, बल्कि कृषि और उद्योगों में भी जल दक्षता बढ़ी है।
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हरियाणा के अधिकारियों ने कहा कि यह सम्मान राज्य की सतत नेतृत्व क्षमता और जल प्रबंधन में दीर्घकालिक दृष्टिकोण को रेखांकित करता है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस उपलब्धि से अन्य राज्यों को भी प्रेरणा मिलेगी, जिससे देशभर में जल संरक्षण के प्रयास और मजबूत होंगे।
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