चीन के गुइझोउ प्रांत में स्थित हुआजियांग ग्रैंड कैनियन ब्रिज अब यातायात के लिए खुल गया है। यह पुल 625 मीटर ऊँचाई पर एक नदी और विशाल घाटी के ऊपर बना है, और इसे दुनिया का सबसे ऊँचा पुल माना जा रहा है।
गुइझोउ प्रांत अपने खुरदरे और पहाड़ी भूगोल के लिए जाना जाता है, जहां सड़क और पुल निर्माण चुनौतीपूर्ण होता है। इस क्षेत्र में पहले ही 565 मीटर ऊँचाई वाला बीपनजियांग ब्रिज है, जो अब दुनिया का दूसरा सबसे ऊँचा पुल बन गया है। हुआजियांग ग्रैंड कैनियन ब्रिज ने यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए इसे पीछे छोड़ दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस पुल का निर्माण इंजीनियरिंग और वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है। पुल ने न केवल यातायात और परिवहन की सुविधा बढ़ाई है, बल्कि स्थानीय पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित किया है। इसके माध्यम से क्षेत्र के ग्रामीण और शहरों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
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इस पुल के निर्माण में सुरक्षा, स्थायित्व और तकनीकी नवाचार पर विशेष ध्यान दिया गया है। चीन की सरकार का कहना है कि यह परियोजना देश की अवसंरचना क्षमताओं और इंजीनियरिंग कौशल को प्रदर्शित करती है।
गुइझोउ प्रांत में ऐसे पुल न केवल स्थानीय लोगों के जीवन को आसान बनाते हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित करते हैं। हुआजियांग ग्रैंड कैनियन ब्रिज का उद्घाटन चीन की अद्भुत इंजीनियरिंग उपलब्धियों और दुनिया में तकनीकी श्रेष्ठता को दर्शाता है।
इस पुल के खुले होने के बाद उम्मीद है कि यातायात और सड़क परिवहन के समय में उल्लेखनीय कमी आएगी, और क्षेत्र का आर्थिक और पर्यटन विकास और तेज़ होगा।
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