भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ एयर स्टाफ, एयर मार्शल अमनदीप सिंह तिवारी ने कहा कि भारत ने यह साबित कर दिया है कि वह 50 से भी कम हथियारों का इस्तेमाल कर दुश्मन को बातचीत की मेज़ पर लाने की क्षमता रखता है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सैन्य दक्षता और रणनीतिक सोच का उदाहरण है।
तिवारी ने कहा, "मुझे लगता है कि यह एक ऐसा उदाहरण है जिसे गहराई से अध्ययन किया जाना चाहिए। शायद इस ऑपरेशन को हुए अभी बहुत कम समय बीता है, लेकिन भविष्य में इसका विश्लेषण अवश्य होगा।"
उन्होंने यह टिप्पणी विजय दिवस समारोह के दौरान की, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों की हालिया सफलताओं और ऑपरेशनल क्षमताओं पर चर्चा हुई। तिवारी का मानना है कि भारत की सैन्य नीति में अब तेज़, निर्णायक और सीमित संसाधनों में प्रभावी कार्रवाई को प्राथमिकता दी जा रही है।
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वाइस चीफ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल एक रणनीतिक जीत थी बल्कि इसने यह भी दिखाया कि भारत अब पुराने तरीकों की बजाय नई सैन्य सोच और सटीकता को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ चुका है।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत सीमा पर बढ़ते तनाव और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है। यह संदेश स्पष्ट है — भारत अब कम संसाधनों में भी सशक्त और निर्णायक जवाब देने की स्थिति में है।
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