ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा है कि भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) से “अभूतपूर्व अवसर” पैदा हो सकते हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह समझौता वैश्विक स्तर पर व्यापार, निवेश और नवाचार को नई दिशा देगा।
कीर स्टार्मर ने अपने हालिया वक्तव्य में कहा कि भारत आज विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और यूके इसके साथ साझेदारी को एक “महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर” के रूप में देख रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन की नई सरकार भारत के साथ व्यापार, प्रौद्योगिकी और हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत-यूके एफटीए के तहत छोटे और मध्यम उद्यमों (MSMEs), स्टार्टअप्स और डिजिटल क्षेत्र के लिए विशेष अवसर मौजूद हैं, जिन्हें दोनों देशों को मिलकर आगे बढ़ाना चाहिए। “यह सिर्फ व्यापार समझौता नहीं, बल्कि भविष्य की साझेदारी का प्रतीक होगा,”।
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उन्होंने यह भी जोड़ा कि ब्रिटिश व्यवसाय भारत में निवेश को लेकर उत्साहित हैं और सरकार इस प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। भारत के साथ मजबूत आर्थिक संबंध दोनों देशों के लोगों के लिए नौकरियां, नवाचार और दीर्घकालिक समृद्धि सुनिश्चित करेंगे।
भारत और ब्रिटेन के बीच एफटीए पर कई दौर की बातचीत पहले ही हो चुकी है और अब समझौते के अंतिम चरण की चर्चाएं जारी हैं।
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