संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष ने कहा है कि इज़राइल और हामास के बीच हुआ युद्धविराम समझौता केवल संघर्ष रोकने तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य गाज़ा के नागरिकों तक तत्काल राहत सहायता पहुँचाना होना चाहिए।
अध्यक्ष ने एक बयान में कहा, “युद्धविराम तभी सार्थक है जब यह गाज़ा में फंसे निर्दोष लोगों तक भोजन, पानी, दवाइयाँ और मानवीय सहायता पहुँचाने में मदद करे। हजारों नागरिकों को अब तत्काल मदद की ज़रूरत है।” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि इस युद्धविराम को स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम बनाया जाए।
गाज़ा में जारी मानवीय संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र की कई एजेंसियाँ पहले ही चेतावनी दे चुकी हैं। हालिया आंकड़ों के अनुसार, हज़ारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की भारी कमी है।
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यूएनजीए अध्यक्ष ने यह भी कहा कि राहत कार्यों को राजनीतिक सीमाओं से ऊपर रखकर किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी पक्षों से आग्रह किया कि सहायता संगठनों और स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षित मार्ग दिया जाए ताकि वे ज़रूरतमंदों तक पहुँच सकें।
उन्होंने इज़राइल और हामास दोनों से आग्रह किया कि वे युद्धविराम समझौते का सख्ती से पालन करें और आगे की वार्ताओं में नागरिक सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
अध्यक्ष ने कहा, “अब यह समय मानवता को प्राथमिकता देने का है। किसी भी राजनीतिक मतभेद को निर्दोषों के जीवन से बड़ा नहीं माना जा सकता।”
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