जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने अपने पद से इस्तीफ़ा देने की घोषणा कर दी है। उनके इस कदम ने जापान की राजनीति में बड़ा बदलाव ला दिया है। इस्तीफ़े की घोषणा करते हुए इशिबा ने कहा कि वह अपनी पार्टी के नए नेता के चयन की प्रक्रिया शुरू करेंगे। इसके तहत पार्टी के भीतर नेतृत्व के लिए मतदान कराया जाएगा ताकि उनका उत्तराधिकारी चुना जा सके।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रविवार को लिया गया निर्णय किसी राजनीतिक दबाव के कारण नहीं था लेकिन उन्होंने देश और पार्टी के हित में यह कदम उठाने का फैसला किया। इशिबा ने कहा कि जापान को अब एक मजबूत और नए दृष्टिकोण वाले नेतृत्व की ज़रूरत है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इशिबा के इस्तीफ़े से लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) में नई हलचल शुरू होगी। पार्टी में पहले से ही कई नेता नेतृत्व की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्टी के भीतर गुटबाज़ी बढ़ सकती है, जिससे नए नेता के चयन की प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण होगी।
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प्रधानमंत्री इशिबा का इस्तीफ़ा ऐसे समय पर आया है जब जापान कई आर्थिक और कूटनीतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। विशेषकर चीन और अमेरिका के साथ संबंधों के बीच संतुलन बनाना सरकार के लिए कठिन कार्य साबित हो रहा है।
इशिबा ने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण सुधारों और नीतिगत बदलावों की वकालत की थी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका उत्तराधिकारी कौन बनता है और वह जापान को किस दिशा में ले जाता है।
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