कश्मीर घाटी से दिल्ली के लिए पहली कार्गो पार्सल ट्रेन सोमवार को रवाना कर दी गई। इसे नोवगाम रेलवे स्टेशन से फ्लैग ऑफ किया गया और यह मंगलवार, 16 सितंबर 2025 को दिल्ली पहुँचने की उम्मीद है। यह सेवा कश्मीर के व्यापार और लॉजिस्टिक नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल (एल-जी) ने इस अवसर पर कहा कि कार्गो पार्सल ट्रेन से स्थानीय उत्पादकों और व्यवसायियों को अपने सामान को राष्ट्रीय स्तर पर तेज़ और सुरक्षित तरीके से पहुँचाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह सेवा क्षेत्र की स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में मदद करेगी और नई रोज़गार संभावनाएं भी पैदा करेगी।
इस ट्रेन के माध्यम से कश्मीर की कश्मीरी हरी सब्ज़ियाँ, फल, हैंडीक्राफ्ट और अन्य वस्तुएं दिल्ली और अन्य प्रमुख बाजारों तक तेजी से पहुँच सकेंगी। अधिकारियों ने बताया कि कार्गो पार्सल ट्रेन समय और लागत दोनों की दृष्टि से पारंपरिक परिवहन की तुलना में अधिक प्रभावी साबित होगी।
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रेल विभाग ने यह भी कहा कि यह पहल क्षेत्र में लॉजिस्टिक और व्यापारिक नेटवर्क को मजबूत करने के लिए एक लंबा कदम है। ट्रेन का संचालन नियमित रूप से किया जाएगा और इसकी क्षमता समय के साथ बढ़ाई जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि कश्मीर घाटी और दिल्ली के बीच यह नई कार्गो सेवा व्यापारियों के लिए लाभकारी होगी और स्थानीय उत्पादों की मांग में वृद्धि करेगी। इसके अलावा, यह सेवा कश्मीर के लोगों को राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने में भी मदद करेगी।
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