जम्मू और कश्मीर के कुलगाम निवासी बिलाल अहमद वानी ने रविवार, 16 नवंबर 2025 को आत्मदहन का प्रयास किया। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि पुलिस ने उन्हें उनके हिरासत में लिए गए बेटे से मिलने की अनुमति नहीं दी।
बिलाल अहमद वानी पेशे से ड्राई फ्रूट विक्रेता हैं। आत्मदहन के प्रयास के बाद उन्हें गंभीर चोटों के साथ अनंतनाग स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि उनकी स्थिति अब स्थिर है और वह इलाज का जवाब दे रहे हैं।
स्थानीय पुलिस ने घटना की पुष्टि की है और कहा कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, यह घटना सामाजिक और कानूनी रूप से संवेदनशील मुद्दों को उजागर करती है, जिसमें हिरासत और परिवारिक संवाद की आवश्यकता पर सवाल उठते हैं।
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बिलाल अहमद वानी के आत्मदहन के प्रयास ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को सतर्क कर दिया है। परिवार और स्थानीय लोगों ने भी इस घटना को लेकर चिंता व्यक्त की है। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और प्रशासन प्रभावित परिवार की सहायता कर रहे हैं और चिकित्सा देखभाल पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
यह घटना कश्मीर में कानून, व्यवस्था और नागरिक अधिकारों के बीच संतुलन बनाए रखने की चुनौती को भी उजागर करती है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और कानून के तहत सहयोग करने की अपील की है।
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