ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर के अक्टूबर माह में भारत दौरे की संभावना जताई जा रही है। यह दौरा भारत और ब्रिटेन के बीच गहराते रणनीतिक तथा आर्थिक संबंधों को नई दिशा देने में अहम माना जा रहा है। स्टार्मर का यह संभावित दौरा ऐसे समय हो सकता है जब दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर वार्ताएं अंतिम चरण में हैं।
भारत सरकार के सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के बीच मुलाकात द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करेगी। दोनों पक्ष रक्षा, प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा कर सकते हैं।
इसी बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका के सीनेटर मार्को रुबियो से मुलाकात की। इस बैठक में व्यापार और वीज़ा संबंधी मुद्दों पर तनाव को कम करने की आवश्यकता पर बातचीत हुई। अमेरिकी प्रशासन ने हाल के दिनों में भारतीय पेशेवरों और छात्रों के लिए वीज़ा नियमों को कड़ा किया है, जिससे भारतीय समुदाय में चिंता बढ़ी है। जयशंकर ने वीज़ा प्रक्रिया को और सहज बनाने की मांग रखी।
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इसके अलावा, बैठक में भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को संतुलित करने और नए निवेश के अवसरों पर भी विचार किया गया। भारत ने अमेरिका से अपेक्षा जताई है कि दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग को और गहरा किया जाए ताकि वैश्विक सप्लाई चेन मजबूत हो सके।
कुल मिलाकर, आने वाले हफ्तों में भारत की कूटनीति काफी सक्रिय रहने वाली है। ब्रिटेन और अमेरिका के साथ बातचीत भारत की वैश्विक भूमिका को और मजबूत करने का अवसर प्रदान कर सकती है।
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