केरल में स्थानीय निकाय चुनावों के पहले चरण का मतदान मंगलवार (9 दिसंबर, 2025) को सात जिलों—तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम—में शुरू हो गया। इन जिलों के मतदाता आज अपने वोट डाल रहे हैं। इस मतदान के साथ ही 2026 विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की तीन प्रमुख राजनीतिक मोर्चों के लिए यह पहला बड़ा चुनावी परीक्षण माना जा रहा है।
पहले चरण के मतदान में स्थानीय निकायों के विभिन्न पदों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं और सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) और भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) ने इन चुनावों को वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) के नौ वर्षीय शासन का ‘लिटमस टेस्ट’ बताया है। विपक्ष का कहना है कि लोगों ने LDF के प्रति बढ़ती नाराज़गी और विकास के दावों की वास्तविकता को उजागर करने का अवसर माना है।
वहीं, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली LDF सरकार का दावा है कि उसके नौ वर्षों के शासन ने राज्य में सामाजिक कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय सुधार किए हैं, जिसके आधार पर इस चुनाव में उसे मजबूत समर्थन मिलेगा।
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मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है और कई स्थानों पर लंबी कतारें देखी गईं। राज्य चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
पहले चरण के मतदान समाप्त होने के बाद, शेष जिलों में दूसरे और तीसरे चरण का मतदान आने वाले दिनों में होगा। इन चुनावों के नतीजे राज्य की राजनीतिक दिशा और 2026 के विधानसभा चुनाव की रणनीति को काफी हद तक प्रभावित करेंगे।
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