केरल में हिजाब पहनने को लेकर चल रहे स्कूल विवाद पर शिक्षा मंत्री सी. रजिया सिवंकुट्टी ने स्पष्ट किया है कि सरकार किसी भी स्कूल को छात्रों के धर्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर विवाद का केंद्र नहीं बनने देगी। उन्होंने कहा कि सभी छात्रों के मौलिक अधिकारों का सम्मान किया जाएगा और किसी को भी अपने धर्म या व्यक्तिगत विश्वास के आधार पर हाशिए पर नहीं रखा जाएगा।
मंत्री सिवंकुट्टी ने विशेष रूप से पल्लुरुथी स्कूल का उल्लेख किया, जहां एक छात्रा ने हिजाब पहनकर स्कूल जाने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि स्कूल ने इस मामले में छात्रा के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया। शिक्षा मंत्री ने इसे गंभीर मुद्दा बताया और प्रशासन से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी छात्रा या छात्र के अधिकारों का हनन न हो।
सिवंकुट्टी ने जोर दिया कि सरकार का उद्देश्य न केवल शैक्षिक संस्थानों में अनुशासन बनाए रखना है, बल्कि छात्रों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता और धर्म की स्वतंत्रता को भी संरक्षित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि विवादित मुद्दों को सुलझाने के लिए स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग के बीच समन्वय आवश्यक है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि केरल में हिजाब विवाद केवल एक स्कूल स्तर का मामला नहीं है, बल्कि यह व्यापक सामाजिक और संवैधानिक सवालों को भी उजागर करता है। शिक्षा मंत्री का बयान यह संकेत देता है कि सरकार सभी छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएगी और किसी भी तरह के भेदभाव को रोकने का प्रयास करेगी।
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