आंध्र प्रदेश सरकार ने ईस्ट गोदावरी ज़िले के किंटाकुरु गांव में हुई मुठभेड़ में तीन माओवादियों की मौत के मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। इस संबंध में प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि पुलिस अधिकारी, मृतकों के परिजन और पोस्टमॉर्टम में शामिल डॉक्टर 25 अगस्त को रामपचोदवरम में होने वाली जांच में उपस्थित रहें।
सरकारी आदेश के मुताबिक, इस जांच का उद्देश्य मुठभेड़ की परिस्थितियों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करना और यह सुनिश्चित करना है कि सभी घटनाक्रम की पारदर्शी तरीके से जांच हो। मुठभेड़ में जिन तीन माओवादियों की मौत हुई, उनकी पहचान पहले ही पुलिस द्वारा की जा चुकी है।
राज्य सरकार ने यह कदम उस समय उठाया है जब घटना को लेकर स्थानीय संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए थे। उनका कहना है कि मुठभेड़ की परिस्थितियों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि कहीं इसमें कोई अनियमितता तो नहीं हुई।
और पढ़ें: बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र, आंध्र प्रदेश में भारी वर्षा का अलर्ट
प्रशासन ने कहा कि जांच अधिकारी सभी संबंधित पक्षों के बयान दर्ज करेंगे और घटनास्थल के तथ्यों की समीक्षा करेंगे। साथ ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों का भी गहन विश्लेषण किया जाएगा।
सरकार ने यह भी संकेत दिया है कि मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार का उद्देश्य पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है, ताकि जनता का विश्वास बना रहे और कानून-व्यवस्था पर किसी तरह का प्रश्नचिन्ह न लगे।
और पढ़ें: आंध्र प्रदेश के उप-लोकायुक्त ने NHAI द्वारा अधिग्रहित भूमि के मुआवजे के भुगतान में मदद की