पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा के मौसम की शुरुआत करते हुए ताला प्रत्तोय में एक पंडाल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से समानता और एकता का संदेश दिया और सभी जातीय और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों के बीच मेलजोल बढ़ाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्गा पूजा केवल धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह अपने समुदायों में सौहार्द बनाए रखें और विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले लोगों के साथ सहयोग करें।
इस दौरान ममता बनर्जी ने बंगाली गीतों के प्रति घटते सम्मान पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पारंपरिक बंगाली संगीत और गीतों का संरक्षण करना जरूरी है, क्योंकि ये हमारी सांस्कृतिक पहचान और विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
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मुख्यमंत्री अगले पांच दिनों में पूरे पश्चिम बंगाल में 3,000 पंडालों का उद्घाटन करने वाली हैं। यह कदम राज्य में दुर्गा पूजा के उत्सव को और व्यापक रूप से मनाने और लोगों तक उत्सव की ऊर्जा पहुंचाने का प्रयास है।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोग, कलाकार और अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने पंडाल की साज-सज्जा और धार्मिक गतिविधियों की प्रशंसा की और लोगों को सुरक्षा और सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के उद्घाटन और सार्वजनिक समारोह न केवल धार्मिक भावना को बढ़ावा देते हैं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता को भी मजबूत करते हैं।
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