अमेरिका में इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) केंद्र पर गोली चलाने वाले व्यक्ति को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, हमलावर को अमेरिकी सरकार से गहरी नफरत थी और उसका उद्देश्य संघीय एजेंटों की हत्या करना था। यह घटना तब और सनसनीखेज बन गई जब जांच में सामने आया कि हमलावर ने आत्महत्या करने से पहले एक नोट छोड़ा था।
एफबीआई निदेशक के अनुसार, इस नोट में हमलावर ने लिखा कि उसका हमला आईसीई एजेंटों को “वास्तविक आतंक” का अनुभव कराने के लिए किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने केंद्र के बाहर गोलीबारी की, हालांकि किसी एजेंट की जान नहीं गई। घटना के तुरंत बाद उसने खुद को गोली मार ली।
एफबीआई और स्थानीय पुलिस ने बताया कि हमलावर लंबे समय से आईसीई की नीतियों से नाराज़ था। उसका मानना था कि इमिग्रेशन नियम और हिरासत केंद्र अमानवीय हैं। जांच में यह भी पता चला है कि उसने इस हमले की योजना पहले से बना रखी थी और इसका उद्देश्य सरकारी एजेंसियों में डर का माहौल पैदा करना था।
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अधिकारियों ने कहा कि घटना गंभीर है और इससे स्पष्ट होता है कि संघीय एजेंसियों के खिलाफ असंतोष हिंसा का रूप ले सकता है। एफबीआई अब हमलावर की पृष्ठभूमि, संपर्कों और संभावित नेटवर्क की जांच कर रही है।
यह मामला अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक और सामाजिक असंतोष की अभिव्यक्ति माना जा रहा है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे हमले किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और संघीय एजेंटों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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