फिलीपींस की राजधानी मनीला में रविवार (16 नवंबर 2025) को एक बड़े धार्मिक संगठन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई, जिसमें 10 हज़ार लोग भ्रष्टाचार पर जवाबदेही की मांग को लेकर एकत्र हुए। यह विरोध उस व्यापक बाढ़ नियंत्रण भ्रष्टाचार कांड के खिलाफ बढ़ते जनाक्रोश का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस के प्रभावशाली सदस्यों और कई शीर्ष सरकारी अधिकारियों के नाम सामने आए हैं।
हाल ही में यह उजागर हुआ था कि देश भर में हज़ारों बाढ़ नियंत्रण परियोजनाएं या तो घटिया सामग्री से बनाई गई थीं या कागज़ पर ही मौजूद थीं। निर्माण कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने बड़े राजनेताओं और अधिकारियों को मोटी रिश्वत देकर लाभदायक ठेके हासिल किए और जांच से बच निकले।
पुलिस के अनुसार, दोपहर से पहले ही लगभग 27,000 लोग—मुख्य रूप से Iglesia Ni Cristo समूह के सदस्य—रिज़ल पार्क में इकट्ठा हो गए। अधिकांश लोगों ने सफेद कपड़े पहन रखे थे और भ्रष्टाचार विरोधी पोस्टर लिए थे।
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सरकार ने संभावित तनाव को देखते हुए पुलिस और सेना को हाई अलर्ट पर रखा और हज़ारों जवानों को तैनात किया। हालांकि, प्रशासन का आकलन है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहेगा। इससे पहले 21 सितंबर के एक प्रदर्शन में कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर, बोतलें और आग के बम फेंके थे, जिसमें 100 से अधिक अधिकारी घायल हुए थे।
राष्ट्रपति फ़र्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने जनता के आक्रोश को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार कांड में शामिल कई प्रभावशाली राजनेता और व्यवसायी “क्रिसमस तक जेल में होंगे।” स्वतंत्र जांच आयोग ने अब तक 37 आरोपियों पर भ्रष्टाचार और गबन के मामले दर्ज किए हैं, जबकि 86 निर्माण कंपनी अधिकारियों और नौ सरकारी अधिकारियों पर 9 अरब पेसो टैक्स चोरी के आरोप लगाए गए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सेना संवैधानिक मर्यादाओं का पालन करेगी और किसी भी असंवैधानिक कदम का समर्थन नहीं करेगी।
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