उत्तर-पूर्व मानसून की तेज़ी ने केरल और तमिलनाडु में भारी तबाही मचा दी है। रविवार (19 अक्टूबर 2025) को केरल के पर्वतीय जिले इडुक्की में भीषण बारिश से पहली मौत दर्ज की गई। रातभर चली मूसलाधार बारिश ने सड़कों और घरों को जलमग्न कर दिया, कई वाहनों को पानी बहा ले गया और कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ। बिजली और मोबाइल नेटवर्क भी प्रभावित हुए, जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण मुल्लापेरियार बांध के गेट खोले गए, जिससे पेरियार नदी के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी करते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। इडुक्की जिले के कई हिस्सों में यातायात ठप हो गया है, जबकि राहत दलों को तैनात कर बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं।
तमिलनाडु के थेनी जिले, जो इडुक्की की सीमा से सटा है, में भी बारिश ने कहर बरपाया है। जिले के कुमली इंटर-स्टेट घाट रोड पर भूस्खलन के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया। कई गांवों में पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
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वहीं, तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में एक किसान की मौत हो गई, जब वह बाढ़ के पानी से भरे पुल को पार करने की कोशिश में बह गया। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है। दोनों राज्यों के प्रशासन ने आपात राहत टीमें तैयार रखी हैं और लगातार हालात की निगरानी की जा रही है।
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