गोवा नाइटक्लब अग्निकांड: जांच समिति ने जमीन मालिक और सरपंच से की पूछताछ
गोवा नाइटक्लब अग्निकांड की जांच में समिति ने जमीन मालिक और सरपंच से पूछताछ की, जबकि सुरक्षा उल्लंघन पर कई क्लब सील और एनओसी रद्द किए गए।
उत्तर गोवा के बिरच बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में हुए भीषण अग्निकांड को लेकर गठित मजिस्ट्रियल जांच समिति ने मूल जमीन मालिक प्रदीप घाड़ी आमोनकर और अरपोरा–नागोआ पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर से पूछताछ की है। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। समिति का नेतृत्व जिला मजिस्ट्रेट अंकित यादव कर रहे हैं।
आमोनकर को शनिवार (13 दिसंबर 2025) दोपहर 3:30 बजे समिति के समक्ष पेश होने के लिए समन किया गया था और उनसे रात 10:30 बजे तक पूछताछ चली। उनके वकील प्रसंजीत धागे ने बताया कि पूछताछ काफी गहन और सख्त थी तथा समिति यह जानना चाहती थी कि यह घटना आखिर क्यों हुई। उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल को समिति के समक्ष उपस्थित होने का औपचारिक नोटिस मिला था।
अरपोरा–नागोआ के सरपंच रोशन रेडकर ने भी समिति के सवालों के जवाब दिए। इस मामले में उन्होंने पहले ही स्थानीय अदालत से अग्रिम जमानत प्राप्त कर ली है। वहीं, गोवा पुलिस ने क्लब के पांच मैनेजरों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। क्लब के सह-मालिक गौरव लुथरा और सौरभ लुथरा देश छोड़कर भाग गए थे, जिन्हें थाईलैंड में हिरासत में लिया गया है।
और पढ़ें: उम्मीद पोर्टल पर वक्फ संपत्तियों के डिजिटल पंजीकरण में उत्तर प्रदेश देश में अव्वल
अग्निकांड के बाद राज्य सरकार ने कानून और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाले पर्यटन प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है। शनिवार को वागाटोर में अरब सागर के किनारे चट्टान पर स्थित प्रसिद्ध कैफे CO2 गोवा को सील कर दिया गया, जबकि एक अन्य क्लब का अग्निशमन विभाग का एनओसी रद्द कर दिया गया। जांच में पाया गया कि कैफे CO2 के पास फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज विभाग का एनओसी नहीं था और भवन की संरचनात्मक मजबूती भी संदिग्ध थी।
इसके अलावा, अंजुना स्थित डियाज पूल क्लब एंड बार का एनओसी भी अपर्याप्त अग्निशमन उपकरणों के कारण रद्द कर दिया गया। इस बीच, गोवा में स्थानीय निकाय चुनावों के प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि यह अग्निकांड राज्य की भाजपा सरकार की कथित भ्रष्टाचार के कारण हुआ।