अमेरिकी टैरिफ़ सतही विदेश नीति का नतीजा, भारत में रोज़गार पर संकट: मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अमेरिका के 50% टैरिफ़ सतही विदेश नीति का नतीजा हैं, जिससे भारत को ₹2.17 लाख करोड़ का नुकसान और रोज़गार में गिरावट होगी।
अमेरिका द्वारा लगाए गए 50% टैरिफ़ को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारत की सतही विदेश नीति का परिणाम बताया है। उनका कहना है कि इन शुल्कों से भारत की अर्थव्यवस्था और रोज़गार दोनों पर गंभीर असर पड़ेगा।
खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार की विदेश नीति केवल मुस्कान, गले मिलने और सेल्फ़ियों तक सीमित रही है, जबकि इसमें ठोस कूटनीतिक दृष्टिकोण और सूझबूझ का अभाव है। उन्होंने कहा कि एक मज़बूत विदेश नीति केवल औपचारिक दिखावे से नहीं, बल्कि ठोस रणनीति और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के प्रयासों से बनती है।
कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार, अमेरिका के नए टैरिफ़ से भारत को केवल 10 प्रमुख क्षेत्रों में ही लगभग ₹2.17 लाख करोड़ का नुकसान होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इसका सीधा असर लाखों नौकरियों पर पड़ेगा, जिससे औद्योगिक उत्पादन और निर्यात में गिरावट आ सकती है।
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खड़गे ने कहा कि सरकार को विदेशी व्यापार नीतियों में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए, ताकि भारतीय उद्योग और श्रमिकों के हित सुरक्षित रह सकें।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या सरकार ने अमेरिकी प्रशासन से इस मुद्दे पर गंभीर वार्ता की, और क्या भारत के हितों की रक्षा के लिए ठोस प्रयास किए गए।
कुल मिलाकर, खड़गे ने केंद्र सरकार से “सतही दिखावे वाली कूटनीति छोड़कर ठोस विदेश नीति अपनाने” की अपील की, जिससे भारत वैश्विक मंच पर मज़बूती से खड़ा रह सके।
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