राजधानी नई दिल्ली में लंबे समय तक बिजली गुल होने और पानी की आपूर्ति में बाधा की समस्या को दूर करने के लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने बड़े स्तर पर बुनियादी ढांचे के उन्नयन की योजना बनाई है। इसके तहत पुराने और जर्जर ट्रांसफॉर्मरों को बदला जाएगा, आधुनिक तकनीकों को अपनाया जाएगा और 24 घंटे काम करने वाला जल आपूर्ति नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा, ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली और पानी की सुविधा मिल सके।
NDMC अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का मुख्य उद्देश्य बिजली कटौती की घटनाओं को कम करना और नई दिल्ली क्षेत्र में जल आपूर्ति को अधिक विश्वसनीय बनाना है। परिषद पुराने पावर पैनल और ट्रांसफॉर्मरों को हटाकर आधुनिक और अधिक क्षमता वाले उपकरण लगाएगी, जिससे तकनीकी खराबियों की संभावना कम होगी और आपूर्ति व्यवस्था मजबूत होगी।
इसके साथ ही NDMC केंद्र सरकार की ‘रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम’ (RDSS) को लागू करने जा रही है। इस योजना का उद्देश्य बिजली वितरण प्रणाली की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार करना है। RDSS के तहत नेटवर्क को आधुनिक बनाया जाएगा, लाइन लॉस कम किए जाएंगे और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
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बिजली आपूर्ति के अलावा जल प्रबंधन को भी तकनीकी रूप से सशक्त किया जा रहा है। NDMC आधुनिक SCADA (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन) सिस्टम स्थापित करेगी, जिससे जल आपूर्ति नेटवर्क की रियल-टाइम निगरानी संभव होगी। इसके साथ एक 24×7 जल आपूर्ति नियंत्रण कक्ष भी बनाया जाएगा, जहां से पानी की उपलब्धता, दबाव और किसी भी तरह की खराबी पर तुरंत नजर रखी जा सकेगी।
अधिकारियों का कहना है कि इन कदमों से न केवल समस्याओं की पहचान और समाधान तेजी से होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को बिना रुकावट बिजली और पानी की सुविधा भी सुनिश्चित की जा सकेगी। NDMC की यह पहल राजधानी के महत्वपूर्ण इलाकों में बुनियादी सेवाओं को अधिक मजबूत और भरोसेमंद बनाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
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