मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि हाल ही में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत वितरण में कश्मीर और जम्मू के बीच किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राहत राशि और सहायता सभी को समान रूप से दी जाएगी, चाहे वे किसी भी क्षेत्र या धर्म से संबंधित हों।
उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा, “हमारी राजनीति भेदभाव पर आधारित नहीं है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी को भी क्षेत्रीय या धार्मिक आधार पर अलग-थलग महसूस न हो।”
उमर अब्दुल्ला ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार में लगभग 15 प्रतिशत आबादी को प्रतिनिधित्व से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा, “यह हमारी राजनीति नहीं है, बल्कि भाजपा ने देश की बड़ी आबादी को केंद्र में भागीदारी से वंचित किया है।”
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उन्होंने आगे कहा कि जम्मू और कश्मीर के लोग कठिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं और इस समय सरकार का ध्यान राहत और पुनर्वास पर केंद्रित है, न कि राजनीति पर। उन्होंने सभी समुदायों और क्षेत्रों से एकजुट होकर काम करने की अपील की ताकि बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई जल्द की जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि उनकी सरकार पारदर्शिता और समानता के सिद्धांतों पर चलती है और किसी भी प्रकार के भेदभाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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