क़तर के विदेश मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी तनाव को समाप्त करने के लिए हुई वार्ता के दौरान दोनों देशों ने तत्काल युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। दोहा में हुई इस बैठक में क़तर ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई। मंत्रालय के अनुसार, “वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने तत्काल युद्धविराम लागू करने और स्थायी शांति व स्थिरता को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक तंत्र स्थापित करने पर सहमति जताई है।”
हाल के महीनों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर कई बार झड़पें हुई थीं, जिनमें कई लोगों की मौत और घायल होने की घटनाएं सामने आई थीं। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की जमीन से आतंकवादी हमलों में वृद्धि को लेकर चिंता जताई थी, जबकि अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर सीमा पार गोलाबारी का आरोप लगाया था। इन बढ़ते तनावों के बीच क़तर ने दोनों देशों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया था।
क़तर ने बयान में कहा कि वह इस समझौते का स्वागत करता है और उम्मीद करता है कि यह कदम दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
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इस बैठक में दोनों देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी और राजनयिक उपस्थित थे। उन्होंने सीमा सुरक्षा, व्यापारिक संबंधों और मानवीय सहायता से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पक्षों ने तय किया है कि आने वाले हफ्तों में एक संयुक्त समिति गठित की जाएगी, जो युद्धविराम के अनुपालन और शांति प्रक्रिया की निगरानी करेगी।
क़तर ने कहा कि वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संवाद को आगे बढ़ाने में अपनी मध्यस्थता जारी रखेगा ताकि स्थायी शांति सुनिश्चित की जा सके।
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